आज बात करेंगे Sdm ROHRU का दिल छू लेने वाला कार्य के बारे में जिसकी तरफ किसी भी प्रशासनिक अधिकारी का ध्यान आज तक नहीं गया , हम रोहरु वासी sdm ROHRU श्री विजय वर्धन का धन्यवाद करते है कि इन्होंने इस विषय में सोचा ।
बात है हमारे सनातन धर्म की जिसमें गाय को माता का दर्जा दिया गया है लेकिन शहरीकरण के कारण इंसानों की सोच भी बदलती नजर आ रही है आज हमारे रोहरु व चिरगांव शहर में ऐसी कोई भी जगह व सड़क नहीं है जहां वृद्ध गौ माता और नंदी महाराज बेसहारा न घूम रहे हो , मुझे याद है जब में बहुत छोटा था उस वक्त मेरे घर वालों ने 2 बैल कोटखाई से लाए थे जिन्हें लाने में 2 दिन लगे थे उस वक्त गाड़ी की सुविधा तो थी नहीं इस लिए पैदल चलना पड़ता था ।
लेकिन जब आज की स्थिती देखता हूं तो मन बहुत उदास होता है , आज के समय में गाय को अननेचुरल तरीके से प्रेग्नेंट किया जाता है वो भी गाय में बिना किसी दिक्कत के ओर फिर जब गये बचे को जनम देती है तो यदि वह बछी हुई तो उसे रख लेंगे और यदि वह बछड़ा पैदा हुआ तो उसे उसी वक्त या तो मार दिया जाता है या फिर बेसहारा छोड़ दिया जाता है और जब वही गौ माता जिसने पूरे परिवार का पोषण किया बूढ़ी हो जाती है और जिस समय हमें उसका पोषण करना चाहिए था उस वक्त लोग इन्हें घर से निकाल देते है ।
जिसे देख कर कभी सोचता हु ये हो क्या रहा है क्या यही कलयुग है । अगर यहां ऐसा ही शहरीकरण होता रहा तो लोगों की सोच बड़े बड़े शहरों में रह रहे लोगों की तरह हो जाएगी जहां पैदा करने वाली माता को भी लोग घर से निकल देते है । में भावनाओं में बहुत बह गया था जिस कारण इतना कुछ कह गया
चलिए टॉपिक पर वापस आते है Sdm ROHRU पिछले 2 सालों से इसी प्रयास में लगे थे कि इन बेसहारा गौ वंश को कैसे आसरा दिया जाए जिसके चलते sdm साहब ने रोहरु लंबा खटाल के पास जीव सदन को बनाने का निर्णय लिया जो कि अभी 2 साल बाद बन कर तैयार हो चुका है और कुछ समय बाद यहां बेसहारा गौ वंश को रखने लग जाएंगे । Sdm साहब हमारे लिए एक प्रेरणा का स्त्रोत है अगर हम भी चाहे तो हम भी इस कार्य में भागीदार हो सकते है ।
इसी का एक जीता जागता उदाहरण रोहरु में सेब के बहुत बड़े और किसानों के चहीते कारोबारी SxS संजीव चौहान जी जो सभी की तरह अपना काम तो कर ही रहे है लेकिन जब में उनकी फड़ में गया तो मेने देखा कि उन्होंने अपनी दुकान के बाहर कुछ बीमार व बेसहारा गौ माता बांध रखी है और उनके लिए घास स्वयं खरीद कर ला रहे है , इन की तरह लोगों से अगर हम प्रेरणा ले तो हर गांव में कुछ लोग मिल कर ज्यादा नहीं तो 4 गौ माता को तो आसरा दे ही सकते है
और साथ ही आपको बता दें की चिरगांव में भी कुछ व्यक्तियों द्वारा गौ शाला का निर्माण बेसहारा गौ माता के लिए किया जा रहा था लेकिन आर्थिक तंगी के चलते और लोगों का सहयोग न होने के कारण इस गौशाला का कार्य पूरी तरह से पूर्ण नहीं हो पाया लेकिन जब हमने प्रधान जी गौशाला कमिटी से बात की तो उन्होंने बताया की आने वाले समय में गौशाला का कार्य तो पूरा किया ही जायेगा और साथ ही जितनी गुंजाईश होगी उतनी बेसहारा और बीमार गौ माता हो भी यहाँ रखा जायेगा । यह तभी संभव है जब हम सब रोहरु और चिरगाव मतलब हम सभी हिमाचल वासी इस और कदम बढ़ाये ।
चिरगांव के अंतर्गत आने वाली गौशाला जिसका कार्य निर्माणाधीन है उसकी विसो फुटेज आप यहाँ देख सकता है CLICK HERE